कल रेल बजट पेश किया गया अतः स्वाभाविक रूप से चर्चा गर्म है कि इस बजट द्वारा लोगों को क्या मिलने वाला है और क्या नहीं, परंतु भारतीय रेल का जो वास्तविक स्वरुप है वह तो वैसा ही रहेगा जैसा इस छोटी सी कविता में मैं ने दर्शाया है ...............
भारतीय रेल
भारतीय रेल
जीवन का एक अजीब खेल
लोगों की भागमभाग और ठेलम ठेल
फेरी वालों की चिल्लपों और सेल
कुली और पैसेंजर की पेलमपेल
पुरी, जलेबी, समोसे और भेल
विभिन्न संस्कृतियों का सुखद मेल ।
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